आजका Chudai ki kahani मे ऐसे मजा आने वाला है की तुम अपने लंड को दो बार हिलाने पर मजबूर हो जाओगे। और लड़कियां अपनी चुत की गर्मी को शांत करने केलिए किसीसे भी चुद जाएगी।
ऐसा रोमांच से भरा चुदाई की काहानी मे आगे बढ़ने से पहले दोस्तों आप सबसे एक निवेदन है। मेरे बात को ध्यान से सुनना।
दोस्तों मेने इस वेबसाइट मे भाई बहन की चुदाई, भाभी देवर की चुदाई जैसे कई काहानी लिखें हैँ। और हर काहानी को लिखने केलिए बहुत मेहनत करना पड़ता है। लेकिन इसके बदले मे मुझे कुछ नहीं मिलता।
आप से निवेदन है की यदि मेरा काहानी से आपको एक पल की भी शांति मिली है तो कृपया इसे अपने दोस्तों को भी शेयर करो इससे मुझे थोडा मदत मिलेगा.
चुदाई की काहानी आरम्भ
इस काहानी मे दो ही किरदार है एक है प्रिया कुंवारी लड़की और बिशू 22 साल का लड़का यानि की मैं। मैं घर पर ही रहता हूँ और यहीं से ही काम करता हूँ।
घर पर ही मैं Blogging करके थोड़ा बहुत पैसा कमा लेता हूँ। लेकिन घर मे अकेले बैठे बैठे बहुत बोरिंग लगता है। और मैं फिर चुदाई की काहानी पढता हूँ और हिला लेता हूँ।
मन मे यह आता है की अगर कोई लड़की होती तो बहुत मजा आता उसे मै रोज चोदता। और एक दिन वो मौका आया जब मैं प्रिया से मिला।
प्रिया 18 साल की एक कुंवारी लड़की थी जो अभी अभी जवानी मे कदम रखी थी। उसकी जवानी जैसे फड़क रहे थे प्रिया भी वैसी चंचल थी।
प्रिया की चूची एकदम कड़क air कमर 23 का होगा। जब वो सलवार पेहेन कर बाहार निकलती तो मेरा लंड एकदम से खड़ा हो जाता था।
असल मे मेरे दादी और प्रिया की दादी दोनों दोस्त हैँ air दोनों एक साथ साल मे एक बार एक ही घर मे पूजा करती है। इस दिन दोनों परिवार एक साथ होता है।
तो इस साल भी वो मौका आया और दो दिन पहले से हम सबका एक दूसरे के घर मे आना जाना लगा राहा। इस बिच मे मेरी मुलाक़ात प्रिया से हुई जिसे मेने पहले कभी मिला नहीं था क्योंकि वो गाऊँ मे रहती थी।
मुझे देख कर सायेद उसकी चुत मे खुजली उठी थी इसलिए वो मुझ से बार बार चिपक रही थी। हम दोनों की जान पहचाल इन दो दिनों मे अच्छे से हो गया था और हम दोनों एक दूसरे को अपना नंबर भी दे दिए थे।
प्रिया को गरम किआ
अब ऐसा तो है नहीं की पूजा ख़तम हो गए और हम लोग आना जाना बंद कर दें। कुछ दिन तक तो घर मे आना जाना लगा रहता है। और यही हुआ प्रिया कई बार बाहाना कर के मेरे घर मे आ जाती थी।
ऐसा इसलिए करती थी क्योंकि उसके घर मे कड़ी नजर है प्रिया को कभी बाहार नहीं जाने देते। और ऐसे जवानी लड़की ऊपर से चुत मे खुजली कैसे चुप रहेगी।
तो अगले दिन प्रिया मेरे घर मे आई क्योंकि मेने उसे बुलाया था। घर मे कोई था नहीं क्योंकि सब लोग प्रिया के घर मे गए थे। परिवार वाले उधर व्यस्त थे और मेने सोचा की यही मौका है प्रिया के साथ चुदाई की काहानी बनाने का।
प्रिया आई और मेरे कमरे मे बैठ गयी। मेने उसे देखा और लंड खड़ा का खड़ा ही रहे गया। उसकी Bra आधी दिख रही थी और चूची मेरे तफा मुंह करके बोल रहे थे को हमें दबाओ।
मैं:- घर मे सब है की कहीं गए हैँ।
प्रिया:- नहीं सब बात कर रहे हैँ आप बताओ क्या हुआ क्यों बुलाया।
मैं:- सिगरेट पिओगी?
प्रिया:- है क्या! लेसा लगता है?
मैं:- दरवाजा बंद करो आ जाओ।
प्रिया:- किसीको बताओगे नहीं ना आप (दरवाजा बंद करते हुए)
मैं:- पागल है क्या चुपचाप पी ले और एक किस दे।
प्रिया:- लाओ लेकिन किसीको बताना नहीं प्लीज।
प्रिया ने सिगरेट लगाया और धीरे धीरे पिने लगी। बिच मे खांसी आने लगा तो मेने बाहाना करके उसकी पीठ पर हाथ फैलाया। और नजदीक जाकर उसे पकड़ लिआ।
मैं:- आराम से पी ना।
प्रिया:- अरे पता नहीं ऐसे क्यों हुआ।
मैं:- अब छोड़ दे मत पी।
प्रिया:- नहीं मैं ठीक हूँ।
हम दोनों ऐसे ही बात कर रहे थे और मैं धीरे धीरे प्रिया के बदन मे इधर उधर हाथ लगा राहा था। धीरे धीरे मेने उसकी जांघो मे हाथ लगाया और वो थोड़ी सी सेहम गयी।
मैं:- क्या हुआ?
प्रिया:- कुछ नहीं मत करो।
मैं:- क्या कर राहा हूँ?
प्रिया:- वहां हाथ मत लगाओ ससससस।
मैं:- क्यों क्या होता हज इहाँ।
मेने और थोड़ा सक चुत के करीब हाथ ले गया। और प्रिया थोड़ी से चमक सी गयी उसके बदन से चुदाई की प्यास साफ दिख रहा था।
मैं:- कुछ हो राहा है क्या?
प्रिया:- मत करो यार उठ जाएगा।
मैं:- तो मैं हूं ना उठे गा तो क्या होगा।
प्रिया:- यार मत करो उठ जाएगा यार।
मैं:- मैं हूँ ना बेबी ठीक कर दूंगा।
प्रिया:- क्या करोगे?
मेने और कोई जवाब नहीं दिआ मुझे पता था इसे अभी लंड की जरुरत है। इसीलिए मेने मोके का जरुरत को देख कर प्रिया की चुत को ऊपर से पकड़ लिआ।
प्रिया तो अब होने काबू से बाहार होने लगी। मेने झाट से उसकी पैंट उतारा और उसकी चुत मे ऊँगली दे दिआ। उसकी चुत से हल्का गंध आ रहा था जो मुझे और पागल कर राहा था।
प्रिया की चुदाई होने लगा
प्रिया:- ससससस उम्म्म्म उस्स्स्स….
मैं:- अच्छा लग राहा है क्या?
प्रिया:- तुम पागल हो एकदम।
मैं:- हाँ बेबी तेरे लिए आज तुझे नहीं छोड़ोगा।
प्रिया:- अच्छा क्या करोगे!
मैं:- लंड देखेगी मेरा? यह ले देख।
प्रिया:- इतना बड़ा कैसे हुआ?
मै:- मुंह मे ले इसे गिला कर दे।
प्रिया:- हट छी एक याक।
मैं:- अरे ले ले ना नहीं तो तेरी चुत मे घुसेगा नहीं।
प्रिया:- क्या इतना बड़ा घुसाने वाले हो नहीं नहीं छोड़ दो प्लीज।
मैं:- हट बहुत मजा आएगा देखती जा।
मेने और देर नहीं किआ झटके से प्रिया को बिस्तर पर पटका और वो साली सब नाटक कर रही थी। फिर मेने उसे किस किआ और धीरे से अपना लंड उसकी चुत मे रख कर पेल दिआ।
प्रिया छटपटाने लगी लेकिन मैं उसे किस कर रहा था। उसे मेने दबोज रखा था तो वो कुछ कर नहीं पा रही थी। ऐसी कड़क चुत मेने पहले कभी नहीं चोदा था।
मैं तो पागल हो गया था इसलिए मुझे प्रिया की दर्द पता ही नहीं चल राहा था। वो दर्द से तफप रही थी और मैं चुदाई किए जा रहा था। इतना जोर जोर से मेने अपना लंड को चुत मे पेला तो प्रिया की सांस अटक गया।
फिर मुझे होस आया और मेने थोड़ा धीरे धीरे लंड को पेला और प्रिया के मुंह से धीरे धीरे अवजें आने लगी।
प्रिया:- बहुत कमीने हो तुम।
मैं:- क्या हुआ?
प्रिया:- दर्द हो रहा था सुनते ही नहीं हो।
मैं:- अब केसा लग रहा है मजा आ रहा है ना?
प्रिया:- अब ठीक है!
मैं:- तो फिर अब लंड का मजा ले।
मेने फिर आस पास कुछ नहीं देखा बस चुदाई के धुन मे मगन हो गया। जैसे मन किआ प्रिया की चुत को वैसे फाड़ता गया। प्रिया भी मेरा साथ दे रही थी।
अंत मे मेने उसकी गांड मे भी अपना लंड दे दिआ। प्रिया की चुत पूरा पानी पानी हो चूका था और चुदाई करने से पट पट का आवाज आ रहा था।
मेने उसे उल्टा लेते दिआ और उसकी गांड मे अपना लंड को पेल दिआ। फिर थोड़ी देर बार उसकी चुत मे लंड डाला। प्रिया जन्नत मे थी और बस मदहोश भाटी अवजें निकाक रही थी।
अचानक मेने देखा की मेरे लंड से पिचकारी मार के पानी निकल गया और मैं एक ही पल मे एडहमारा जैसा हो गया। इतना ज्यादा पानी मेरा कभी नहीं निकला था। क्योंकि इतना ज्यादा सेक्स मुझे कभी चढ़ा ही नहीं था।
प्रिया भी ऐसे पड़ी थी जैसे उसमे अब जान ही ना हो। पेहेले बार इतने मोटे लंड से ठुकाई हुआ था और मजे से भरपूर चुदाई मे उसकी चुत ने कबका पानी छोड़ दिआ था।
चुदाई की काहानी का अंत हुआ
कुछ देर हम लोग ऐसे ही पड़े रहे और बिच बिच मे बात कर रहे थे। प्रिया शर्मा रही थी लेकिन मेने जबरदस्ती बात किआ तो वो जवाब देने लगी थी।
मैं:- क्या हुआ यार मजा नहीं आया क्या?
प्रिया:- पता नहीं!
मैं:- ठीक है चली जाओ फिर बात नहीं करना अब से।
प्रिया:- सब कुछ करके अब बोलते हो बात नहीं करना, कैसे लड़के हो आप (गुसे मे मुझे काहा)
मैं:- तुम बोलती ही नहीं थी तो क्या कहूंगा…
प्रिया:- सोरी थक गयी हूँ बहुत (मुझे पकड़ते हुए काहा)
मैं:- अब क्या करेंगे सब कुछ तो हो गया।
प्रिया:- अब शादी करेंगे घर वालों को मना कर।
मैं:- तुम मेरी पत्नी बनोगी?
प्रिया:- बन तो गयी हूँ।
मैं:- जब भी बुलाऊंगा आओगी?
प्रिया:- हाँ बुलाकर देखना।
इस तरह की बातों ने मेरे अंदर चुदाई के तार को छेड़ दिआ और मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। मेने ऐसे ही सोते हुए फिर से अपना लंड को प्रिया की चुत मे पेला।
प्रिया:- फिर से कोई आ जाएगा यार छोडीए ना आज।
मैं:- अब मैं तेरा पति हूँ जितना बार व्हाहूँ चोद सकता हूँ।
प्रिया:- कोई देख लेगा भुत समय हो गया है।
मैं:- देखेगा तो देखेगा आज तो मैं सब कुछ लेके छोड़ोगा।
बस फिर क्या था चुदाई फिर से शुरू हो गया और इस बार तो ऐसा घमासान चुदाई हुआ की मेरे कमरे मे कुछ चीजें टूट गया था। और प्रिया के मुंह से इस बार अलग अलग बातें निकल राहा था जो आपको अगले काहानी मे पता चलेगा।
आजकाल चुदाई की काहानी मे बस इतना ही। अगर आपको इसका अगला भग चाहिए तो कमेंट मे पार्ट 2 लिखो। ज्यादा कमेंट आया तो इसका भी अगला भग लिखूंगा।
पड़ोस की लड़की को कैसे पटाएं?
पड़ोस की लड़की को पटाने केलिए ज्यादा कुछ करना नहीं है। बस उसे भरोसा दिलाना है की आप दोनों के बारे मे किसीको पता नहीं चलेगा, और आप उसे बहुत प्यार करते हो।
क्या लड़की की गांड मारने से ज्यादा मजा आता है?
हाँ, गांड मारने से ज्यादा मजा तो आता ही है लेकिन पहेली बार लड़की को बहुत दर्द होता है। इसलिए अगर पहेली बार गांड नारने जा रहे हो तो कोई Gel जरूर लेलेना नहीं तो तेल भी चलेगा।