मेरा नाम सुभम है और मैं हालही मे ज़बानी मे कदम रखा हूँ। इन फिनो मुझे चुदाई करने का बड़ा मन रहता है। मेने अपनी बहन को भी नही छोड़ा है। इसलिए मेने आजका Chudai ki Kahani लिखा है जो मेने खुद से एक लडकी को चोदा था.
मेरा और मेरी बहन की घमासान चुदाई के बारे मे जानना है तो आप इस भाई बहन की चुदाई कहानी को पढ़ सकते है। बात असल मे मेरी और मेरी X प्रेमिका की है।
आजके कहानी मे मैं आपको बताऊंगा की कैसे मेने अपनी गर्लफ्रेंड को अपने दोस्त के साथ मिल कर चोदा और उसकी भोसड़े से पानी निकाल दिआ।
सबसे पहले मेरे बारे मे जान लो।
मेरा नाम सुभम है और मैं कोलकाता का रहने वाला हूँ। मेरा उम्र 18 साल 3 महीना है। 15 साल के उम्र मे मेरी एक गर्लफ्रेंड बानी थी जिसको मेने लाख कोशिश करने के बाद भी चुदाई नहीं कर पाया था।
उसकी नाम तितली है उसकी उम्र 18 साल है। दिखने मे थोड़ी सावली है लेकिन उसकी फिगर फेखोगे तो आपके लंड से पानी गिर जायेगा। ऐसा टाइट बदन जैसे मानों कुदरत ने चुन चुन कर बनाया है।
उसकी गांड इतना सही size मे है की देखने से लंड घुसाने का मन करेगा। और उसी को मैं बहुत दिन तक चुद नहीं पाया था। हलाकि तीयली एक लड़की है लेकिन हर तरह का नशा करती है। तो चलो अब काहानी का शुरुवात करते हैँ।
चुदाई की काहानी का आरम्भ | Chudai ki Kahani
Note: जितने भी लोग इस काहानी को पढ़ रहे हो सभी से अनुरोध है की कृपया कोई कपड़ा या कुछ कागज लेकर बैठें, क्योंकि इस काहानी से आपकी लंड का पानी गिरना तय है।
और इस काहानी को पढ़ते समय आस पास ध्यान से देखें की कोई आपको ऐसा करते हुए देख तो नहीं रहा है। अगर आपकी दोस्त या आपकी बहन देख रही है तो उसको भी शामिल करें काहानी मे और भी मजा आएगा।
तितली को मेने 15 साल के उम्र मे पटाया था। तब वो दिखने मे और भी सुन्दर लगती थी उसकी उभारती जवानी बस अपने तरफ खींच लेती थी।
इसीलिए सभी लड़के उसके दीवाने थे और कितनो ने उसको School मे है चोदा है उसका कोई ठिकाना नहीं है। बस जब मैं उसको चोदने केलिए बोलता था तो वो मना कर देती थी।
फिर कुछ दिन बाद हमारा ब्रेकअप हो गया और कुछ साल तक मेरा उसके साथ कोई बात चित नहीं रहा। फिर एक दिन वो समय आया जब मेने उसकी बदन की हर हिस्से मे अपना लंड डाला।
भले है मेरा उसके साथ बात चित बंद हो गया था लेकिन वो रहती है मेरे घर के पास मे ही। जब भी मैं उसको देखता मेरा लंड उसमे घुसने केलिए तैयार हो जाता।
लेकिन कैसे उसको चुदाई करों समझ मे नहीं आता था। ऐसे मे मेरा ही दोस्त ने मदद किआ। दोस्त का नाम है बिटू यह वो लड़का है जो ऐसे ही दोस्ती मे चुदाई किआ करता है और यह तितली का भी दोस्त है।
पहले तो बिटू के पास घर था जहाँ पर वो तितली को बोला सकता था लेकिन अब उसका घर नया बन रहा था। इसलिए उसके घर मे चुदाई करने का मौका नहीं मिलता था।
ऐसे मे मेरा घर है जो बिलकुल सुरक्षित है और मैं अपने कमरे मे अकेला रहता हूँ। तो एक दिन बातों बातों मे मेने बिटू से काहा की तितली दिखने मे अभी काफ़ी सेक्सी हो गयी है।
बिटू:- हाँ है तो बहुत।
मैं:- एक बार मिल जाए तो मजा आजायेगा।
बिटू:- हट जगह ही नहीं है काहा लेके जाऊँ।
मैं:- मेरा कमरा तो है इहान कोई आएगा भी नहीं।
बिटू:- हट कोई अगर आगेया तो पकडे जायेंगे और लंड पे लात पड़ेगा वो अलग।
मैं:- तू थोड़ी ला सकता है उसको वो आएगी ही नहीं मैं तो मज़ाक मे बोल दिआ।
बिटू:- हम्म वैसे उसको पूछ कर देखूँ क्या आएगी तो लेके आजाऊंगा।
मैं:- हाँ, पूछ देख क्या बोलती है। मेरा तो झगड़ा हुआ था।
बिटू:- ठीक है पूछ कर देखता हूँ उसको लेकिन दारू देना पड़ेगा।
मैं:- अबे हाँ वो तो इतना सारा है इहाँ पर। तू बोला कर ला।
लडकी मान गयी
इतने मे बिटू तितली को बोलाने चला गया, मैं भी उसकी इन्तजार मे रहा की वो कब आएगी और कब उसको चोदने का मौका मिलेगा। फिर अचानक बिटू का Call आता है।
Call उठाकर बात किआ तो बिटू ने काहा की तितली आ रही है। लेकिन तू थोडा बाहर निकल ताकि लगे तू घर मे है।
मैं उसका बात को सुना और तुरंत घर से बाहर आया। मेरा नजर तितली के नजर से मिला और दोनों हंस रहे थे, फिर वो शर्माती हुई मेरे कमरे के अंदर आगेई। और मेने दरवाजा बंद किआ।
फिर हम तीनो ने दारू पीना शुरू किआ जो की मैं और बिटू पहले से ही पी रहे थे और तितली आ गयी तो थोड़ा अच्छा लगने लगा था। इधर मेरा लंड भी खड़ा हो कर उसमे से धीरे धीरे पानी निकलने लगा था।
इतने मे मेने बिटू को इशारा किआ की तू पहले चुदाई शुरू कर। मेने ऐसा इसलिए किआ क्योंकि तितली के साथ सालों से बात नहीं हुआ था और ऐसे अचानक मुझे भी थोड़ा अजीब लग रहा था।
मैं यह सब सोच ही रहा था तब तक बिटू ने तितली के कपडे के अंदर हाथ घुसा कर उसकी चूचिओं को दबाने लगा था। तितली शर्माते हुए बस उसे रोक रही थी।
फिर तितली बोली की सुभम तू बहार जा, मेने भी उसका बात मना और बाहर चला गया। थोड़ी देर बाद मुझे कमरे के अंदर से आवाज सुनाई दिआ। और मैं समझ गया की यही वो मौका है।
बस फिर क्या था मैं कमरे के अंदर गया तो तितली सोइ हुई थी और बिटू उसको चोद रहा था। ऐसे मे तितली मुझे देखि और चौंक गयी।
तितली:- (खुद को छुपाते हुए) यार यह क्या है बहार जा ना।
मैं:- अरे अब क्या ही शर्माना बॉयफ्रेंड तेरा तीन साल पहले था अब बस दोस्त हूँ।
तितली:- ऐसा अजीब लग रहा है मुझे शर्म आरही है।
मैं:- अरे क्या शर्माना मैं जानता हूँ कितनो से चोदी हो आज मुझे भी थोड़ा शांति देदे।
तितली:- ना ना ना ऐसा किसने काहा तेरे साथ कभी नहीं।
मैं:- क्यों मेरा लंड कभी देखि है क्या ऐसे चुदाई करूंगा तेरी बुर से पानी निकाल दूंगा।
बिटू:- अरे छोड़ ना तीनो करते है एक साथ मजा आएगा।
मैं:- हाँ मैं चुत मे दूंगा तू गांड मे फिर बदलेंगे।
तितली:- आज तो मैं गयी लगता है। मैं घर जा रही हूँ।
मैं:- हट इतना मजा आरहा है घर जाएगी रुक ना इतना दिन बाद मिली है।
चूत में लंड डाल दिया
ऐसा कहते हुए मेने तितली के हाथ से उसकी कपड़ा ले लिआ और वो पूरी नंगी मेरे सामने थी। मेने उसकी चूचिओं को मसलना शुरू किआ।
शुरुवात मे थोड़ी शर्मा रही थी लेकिन बाद मे वो भी साथ देने लगी। फिर मैं भी नंगा हो गया और तीनो नंगे दारु पीकर नाच रहे थे। फिर मेने तितली को धक्का दिआ और Bed पर लेता दिआ।
उसकी चूचिओं को चूमते हुए मेने अपना लंड को उसकी चुत मे डाल दिआ।
तितली:- अह्ह्ह्हह उह्ह्ह्हह्ह ऐईई।
मैं:- मजा आरहा है? बोल कितना मजा आया?
तितली:- बहुत मजा आरहा है थोड़ा रुक जा ना।
मैं:- अब तो घमासान चुदाई होगा अब रूलने का कोई मतलब नहीं है।
बिटू:- अबे मैं भी हूँ रुक मैं आता हूँ।
तितली:- दोनों एक साथ नहीं नहीं नहीं मेने कभी नहीं किआ।
मैं:- कभी करके भी देख ले बड़ा मजा आता है।
तितली:- तुम दोनों ने Plan बना कर मुझे बुलाया था ना।
बिटू:- तितली के निचे जाकर बोला, अरे कहाँ पर है गांड तेरी।
मैं:- रुक मैं लंड निकाल लेता हूँ नहीं तो गांड मे घुसेगा नहीं।
तितली:- आज तो मैं गयी लगता है। पक्का ना कुछ नहीं होगा?
मेने काहा अरे कुछ नहीं होगा तू तो बस मजे लेती रहे। इतना दिन से तेरे से बात भी नहीं किआ आज तू हाथ मे आयी है। बिटू ने काहा ले लुडा मेरा लंड तो जाता ही नहीं है।
मैं:- अबे थोड़ा थूक लगा गांड मे ऐसे नहीं जाता।
तितली:- हा हा हा हस्स है है है है।
इतने मे बिटू ने धक्का मारके तितली के गांड मे अपना लंड घुसा दिआ। और तितली अचानक चीला उठी। ऐई निकाल दे चुतिया बहनचोद।
मैं भी मुका देखा और अपना लंड को उसकी चुत मे डाल दिआ। इतना बड़ा बड़ा दो लंड लेकर तितली अब ठीक से बोल भी पा रही थी। उसकी जान चुत मे अटक गया था।
वो चिल्लाती रही और हम दोनों ने उसकी एक ना सुनी। हम दोनों चुदाई करते रहे। तितली चीला रही थी अह्ह्ह्ह उससे उम्म्म्म ऐईई आए छोड़ दे ना अब।
मैं:- अरे रुक जा अब तो मजा आ रहा है अहह अह्ह्ह।
कभी मैं उसकी होटों को चूमता यों कभी उसकी चूचिओं को मसलटा और काटता। ऐसा करते हुए थोड़ा समय बीत गया और तितली ने चिल्लाना भी बंद कर दिआ।
लेकिन बिटू का पानी निकल गया था और मेरा भी निकलने वाला था। तो मेने चुदाई का रफ़्तार बढ़ाया और इतना जोर से तितली को चुदा की उसकी चुत से खून निकल गया।
फिर हम तीनो आखिर शांत हुए और फिर बैठ कर दारु पिने लगे। तीनो एक दूसरे को देख रहे थे और हंस रहे थे।
मैं:- मजा आया?
तितली:- हट गांडु!
मैं:- क्यों मजा नहीं आया क्या एक एक को देगी क्या।
बिटू:- बहुत बाह्यत बहुत मजा आया बहनचोद तेरी चुत फाड़ देंगे आज।
तितली:- व्हूप चूतिये मेरी पानी अभी निकला नहीं है।
मैं:- हाँ एक बार और चुदाई करेंगे तेरी पानी निकाल देंगे।
तितली:- ना ना मुझे और नहीं करना बहुत दर्द होता है।
मैं:- अरे एक बार कर ले ना मन भरा नहीं अभी कितना मजा भी आता है।
तितली:- हाँ मजा तो आता है लेकिन तुम लोग सुनते नहीं हो मुझे दर्द होता है।
मैं:- ठीक है धीरे धीरे करेंगे।
तितली:- ठीक है लेकिन एक एक करके करेगा एक साथ नहीं।
बिटू:- Ok तेरी मर्जी।
मैं:- ठीक है चलेगा।
फिर से Chudai ki Kahani का शुरुवात
फिर हमने थोड़ी देर दारु पिया और इस बार पहले बिटू तितली के मुंह मे अपना लंड देकर उसे गर्म कर रहा था। और मैं भी अपना लंड को हिला रहा था और मुझसे रहा नहीं गया।
तो मेने तितली का दोनों टांगो को अलग किआ और अपना लंड को उसकी चुत मे डाल दिआ। तितली भी इसका पूरा मजा लेते हुए बहुत मदहोशी अवजें निकाल रही थी।
मैं भी उसकी आवाजों से और कामुक हो रहा था और उसे और जोर से चोद रहा था। फिर बिटू ने मुझे इशारा किआ और मैं हट गया और बिटू ने अपना लंड डाल दिआ।
और मैं अपना लंड को तितली के मुंह मे डाल दिआ। फिर थोड़ा समय बाद बिटू हटा और मैं चुदाई शुरू किआ। ऐसा करते हुए हम तीनो को बड़ा मजा आरहा था।
फिर अचानक तितली बोलो दोनों आजाओ मुझे आज परम आनंद दो। मेरी चुत फाड़ दो बहनचोद पानी निकाल दो मेरी आह हहहहहह उससससससस।
मैं:- यह हुई ना बात अब तेरी उल्टा पुल्टा करके चुदाई होगी। पानी निकले तो बाता देना।
तितली:- ठीक है अब चुद मुझे चोद बहनचोद। अह्ह्ह
मैं समझ गया था की तितली अब Sex की ऊंचाई पर है और इस समय उसको घमासान चुदाई चाहिए। फिर क्या था हम दोनों ने लंड भी डाला और अपना हाथ भी।
कभी उसको घोड़ी बनाया तो कभी उसको कुत्ती बना कर दोनों ने अच्छे से चुत का मालिश कर दिआ। तितली के चुदाई से उसकी चुत पूरा लाल हो गया था। इतने मे तितली बोली हाँ हैं हाँ और जोर से मदारचोद अह्ह्ह अन्नन्न उससे आह आह आह।
मैं समझ चूका था की उसकी चुत से पानी निकल गया है। फिर बिटू ने अपना लंड को निकाल लिआ उसको यह पानी पसंद नहीं था।
लेकिन मेने चीजों को समझते हुए अपना लंड तितली के चुत मे डाला और उसकी चुत से पूरा पानी निकलने तक चुदाई जारी रखा। अंत मे तितली कमजोर हो गयी और उसकी अवजें भी धीमा हो गया।
मेरा भी पानी उसके चुत मे ही निकल गया था तो उसको मेने बाद मे दवाई ला दूंगा बोल दिआ। इस तरह से हम तीनो की यह कमाल की चुदाई ख़त्म हो गया।
लेकिन जो भी कहो उस दिन पहेली बार तितली ने दो लंड एक साथ लिआ था और सम्भोग के चरम सुख प्राप्त किआ था। उस दिन के बाद जब भी उसका मन करता है वो आजाती है और जब मेरा मन करता है मैं बोला लेता हूँ। हम दोनों की चुदाई अब साधारण हो गया है। हर दो दिन मे एक बार चुदाई हो ही जाती है। कभी कभी बिटू के साथ भी तीनो मिल कर चुदाई करते हैँ।
आज हमने क्या सीखा
आज हमने इस काहानी से सीखा की चुदाई चाहे कितना भी कर लो लंड चाहे कितना बड़ा हो। एक लड़की को खुश करना आसान नहीं है। एक औरत उसकी चुत फटने तक चुदती रहेगी। 24 घंयोन केलिए अपना भोसड़ा खोल कर रख देगी लेकिन आप थक जाओगे। इसलिए भाई लोग चुदाई के बारे मे पहले सीखो और फिर चोदने जाओ।