आज का Hindi sex story कुछ खाश और कुछ अलग होने वाला है। क्योंकि यह काहानी मेरे जीवन की पहेली ऐसी काहानी है जिसमे मेने राखी के दिन आपके बहन को जम कर चोदा था। और उस दिन को मैं भुला नहीं सकता। क्योंकि इस दिन एक नया raksha bandhan xxx story बना था.
बात असल मे उस दिन की है जब हम दोनों भाई बहन चुदाई कई बार कर चुके थे। लेकिन मेरे पड़ोस मे भी एक लड़की रहती थी जो मुझे हर रक्षा बंधन पर राखी बांधती थी।
और वो दिखने मे इतनी सेक्सी थी की बूढ़े भी जवान हो जाएं। ऐसे हरी भरी चुदासी लड़की को चोदे बिना तो मेरा मन ही नहीं लगता था लेकिन कुछ कर भी तो नहीं सकता था क्योंकि पड़ोस की लड़की है।
ऐसे मे मुझे मौका मिला रक्षा बंधन के दिन, चलो आगे की Raksha Bandhan sex story मे बढ़ते हैँ और मैं बताता हूँ कैसे मेने पडोसी बहन की चुदाई किआ।
Raksha Bandhan xxx story काहानी की शुरुवात
तो काहानी की शुरुवात होता है मेरी असली बहन से जिसे मेने कई बार चोद चूका था, आप सब के लिए मेने पहले से ही भाई बहन चुदाई काहानी को लिखा है, आप चाहें तो उसे भी पढ़ सकते हैँ।
मेरे दिल मे पड़ोस की लड़की केलिए प्यार है यह बात मेरी बहन को पहले से ही दिख गया था। और वो इस बारे मे मुझ से कभी बताई नहीं, लेकिन उस दिन रक्षा बंधन से एक दिन पहले हम दोनों बैठ कर बातें कर रहे थे।
और अचानक मेरी बहन बोल पड़ी की कल तो नेहा आने वाली है तुम्हारे तो मजे हैँ। मेने काहा केसी मजा राखी बंधेगी और चली जाएगी इसमें मजे किस बात का।
मेरी बहन:- मुझे सब पता है ज्यादा भोला मत बनो क्या प्लान है बताओ।
मैं:- क्या प्लान होगा तेरे साथ होटल मे जाने का प्लान कर रहा था बस।
मेरी बहन:- सच मे नेहा केलिए कीच नहीं सोचा है?!
मैं:- नहीं उसके लिए क्या सोचोगा वो कोनसी मेरी गर्लफ्रेंड है।
मेरी बहन:- भाई तेरे आँखों मे दरिंदगी दीखता है अगर तू सच बोल रहा है तो मैं मदत कर सकती हूँ।
मैं:- क्या मदत करेगी?
मेरी बहन:- चखे अगर नेहा की लेना है तो मैं उसे मना सकती हूँ।
मैं:- क्या बात कर रही है सच मे! लेकिन तुझे क्या चाहिए इसके बदले?
मेरी बहन:- मुझे बस एक ड्रेस दिलाना पड़ेगा 5000 वाली।
मैं:- चल दिआ लेकिन मेरा काम नहीं हुआ तो नहीं मिलेगा कुछ भी।
मेरी बहन:- अरे वो तू मुझ पे छोड़ तुझे नहीं पता नेहा कितनो की ले चुकी है तेरे जैसे बहुत आये हैँ।
मैं:- क्या बात करती है! सच मे मुझे तो पता नहीं था, चल ठीक है कल तू उसे लेके आ जाना।
हम दोनों के प्लान के मुताबिक रक्षा बंधन के दिन नेहा मेरी बहन के साथ होटल मे आने वाली थी और घर मे हम लोग बहाना बना ने वाले थे।
और रोज की तरह उस दिन हम दोनों भाई बहन ने रात को मस्त चुदाई किआ और अगले दिन का इन्तजार किआ। अगले दिन सुभे से ही मेरे अंदर कुछ अजीब सा होने लगा था। ऐसा तब होता है जब मैं किसी नई लड़की के बारे मे सोचता हूँ।
कुछ देर बाद नेहा आई और मुझे राखी बांधी फिर मेरी बहन ने राखी बंधा और नेहा मुझसे पैसे मांगने लगी। मैं भी कंजूस की तरह ना ना करता राहा।
मेरी बहन:- अरे अभी ऐसे तो यह कुछ नहीं देगा इससे अच्छा कहीं बाहार घूमने चलते हैँ।
नेहा:- प्लान तो अच्छा है लेकिन मेरे घर मे नहीं मानेंगे।
मेरी बहन:- चल तेरी माँ से मैं बात करती हूँ, भाई तुम तैयार रहो आज तुम्हे कंगाल करने वाले हैँ।
मैं:- चल चल बाप को मत सीखा मैं नहीं जा रहा।
असल मे यह तो सिर्फ बाहाना था असली बात तो कुछ और ही था। कुछ देर बाद मेरी बहन और नेहा दोनों आई और मुझे जबरदस्ती घूमने केलिए बोलने लगी।
मैं भी कीच देर तक नाटक करता राहा और फिर मान गया। फिर मेरी बहन बोली की उसे तैयार होने मे थोड़ा समय लगेगा तब तक हम दोनों इन्तजार करें और हमने ऐसा ही किआ।
कुछ देर बाद मेरी बहन तैयार होकर आ गयी। वैसे आज दोनों ही बहन मुझे स्वर्ग की परी लग रही थी। एक तो मेरी बहन जिसकी चूची ऐसे हैँ की किसीका भी लंड खड़ा कर दे और दूसरी पड़ोस की बहन जिसे देखते ही लंड से पानी निकल जाए।
इन दोनों के बिच मैं बिचारा किसको चोदों समझ मे ही नहीं आ रहा था। जैसे तैसे खुद पर काबू रखा और हम लोग घूमने केलिए निकल पड़े।
मेरे पास पैसों की कमी कभी हुआ नहीं क्योंकि मैं एक Blogger हूँ और मेरी कमाई बहुत है। घूमते घूमते हमें शाम हो गया और दोनों लीडकियां थक गयी थी।
नेहा:- अब बस हुआ घर चलते हैँ।
मेरी बहन:- बस हो गया आज घर नहीं जाना है पूरी रात घूमना है।
नेहा:- माँ मार डालेगी मुझे।
मेरी बहन:- तेरी माँ को मेने बोल दिआ है रात को देर से आएंगे तू चिंता मत कर।
नेहा:- सच मे! पहले बोलती तो अच्छा होता ना।
मेरी बहन:- तो अब क्या करना है वो बता काहाँ जाना चाहोगी।
मैं:- अरे तुम लोगों को जाहाँ जाना है जाओ लेकिन मुझे थोड़ा आराम करना है।
नेहा:- हाँ थोड़ी देर बैठ जाते हैँ यार बहुत थक गए हैँ।
मेरी बहन:- ऐसा जरते हैँ पास मे OYO ले लेते हैँ।
मैं:- हाँ यह सही रहेगा चलो।
नेहा:- हाँ यह सही रहेगा।
मैं:- मैं पूरी रात रुकने वाला हूँ दारु लेके जाऊंगा तुम लोगों को कुछ पीना है तो बोल दो।
मेरी बहन:- हाँ मुझे पीना है लेकिन तुम घर मे बोलोगे नहीं ना?
मैं:- नहीं अब हम छोटे बच्चे नहीं रहे समझी।
नेहा:- यार तुम लोग तो भाई बहन कम दोस्त ज्यादा लगते हो।
मैं:- जिंदगी मे क्या रखा है सब तो चुत मे ही समाप्त हो जाता है।
नेहा थोड़ी शर्माई और हल्का हँसने लगी, मैं समझ गया की यह लड़की बहुत ज्यादा चुदासी है बस इसे एक बार तो फाड़ कर चोदना पड़ेगा।
फिर आगे सब कुछ हमारे प्लान के मुताबिक ही हुआ मेरी बहन पूरा साथ दी और हमने कमरा भी एक ही लिआ था। कुछ देर बाद मेने बियर पिने लगा और मेरी बहन भी उसके बाद पिने लगी।
नेहा बोली उसे नाहना है तो वो बाथरूम मे चली गई, जब वो बाथरूम मे गई तो मेरी बहन उससे बातें करते हुए दरवाजा खुला दी और मुझे चुपके से बुला कर नेहा को नंगा देखने मे मदत की, मैं नेहा को नंगा देख रहा था और मेरी बहन पास खड़ी थी।
मेने अपना लंड निकाला और मेरी बहन के मुंह मे डेडिया वो मेरा लंड को चूसने लगी और तुरंत ही मेरे लंड ने पानी छोड़ दिआ। नेहा का बदन ऐसा था मानो पूरी तरह से चुदने केलिए तैयार। उसकी गांड और चूची ऐसे साइज मे थे की कुदरत ने सब कुछ माप कर दिआ है।
चुदाई का माहौल बनाया मेरी बहन ने
अब मुझ से राहा नई जा रहा था इसलिए मेने सोचा की एक बार चुदाई कर लेना चाहिए। वैसे भी मेरी बहन ने उस दिन ऐसे सज धज के निकली थी की किसी बाजार की रण्डी लग रही थी।
तो मेने उसे ही बिस्तर मे पटका और तुरंत उसकी चुत मे अपना लंड पेल दिआ, वो पहले से ही गीली थी और बस जोर दार चुदाई से मेरे लंड को अपना घर मिल गया।
मेरी बहन:- अरे भाई आज क्या प्लान है इतने जल्दी मे क्यों हो।
मैं:- बस और राहा नहीं जा रहा है आज तो तुम दोनों की प्यास बुझाऊंगा।
मेरी बहन:- जल्दी ख़तम करो नेहा आ जाएगी।
मैं:- बस होने वाला है थोड़ा गांड मे लेले।
मेरी बहन ने मेरा लंड को अपनी चुत से निकाल कर अपनी गांड मे भर दिआ और मेने जोरदार झटका लगा कर अपना लंड का पानी निकाल दिआ।
फिर हम दोनों दारु पिने लगे और नेहा बाथरूम से बाहार आई। और वो खुले बाल मे सेक्सी चुड़ैल लग रही थी जो सबका लंड खाने केलिए तैयार हो।
नेहा:- क्या हो रहा था इतना आवाज कैसे आ रहा था?
मेरी बहन:- बस ऐसे ही हम लोग मजे ले रहे थे।
मैं:- तुम पिओगी की सो जाओगी।
नेहा:- यार पहेली बार तुम्हारे साथ आया हूँ अजीब सा लग रहा है।
मेरी बहन:- चल जैसे तूने पहले किसी लड़के के साथ ये नहीं किआ है साली।
नेहा:- क्या बोल रही हो तेरी भाई है सामने।
मैं:- अरे यह सब भूल जाओ दोस्त समझो मुझे आ जाओ।
नेहा:- वादा करो घर मे कुछ नहीं बोलोगे।
मेरी बहन:- अरे चुड़ैल तू अभी भी बच्ची है, चल आज़ा।
मेरी बहन ने नेहा को खिंचा और बेड पर ले लिआ फिर हम सब एक साथ दारु पिने लगे। नेहा को भूक लगी थी तो उसने चाइनीज़ मंगाया।
मेरी बहन ने किआ नेहा को चुदाई केलिए तैयार
हम सब मिल कर पल का मजा ले रहे थे और आपस मे बातचीत भी कर रहे थे। धीरे धीरे हमारी बातचीत शरारत मे बदलने लगी और हम लोग चुदाई की बातें करने लगे थे।
उतने मे मवृ बहन ने कुछ ऐसा किआ की मेरे अंदर की सारे तार हिल गए।
मेरी बहन:- साली तू भी कोनसी धूलि हुई है मेरा भाई का देखा है कभी।
नेहा:- छी क्या बोल रही है तुझे नशा चढ़ गया है।
मेरी बहन:- चल कपडे उतार दिखा ना अपना कितना बड़ा हुआ है।
मेरी बहन ने जबरदस्ती नेहा की कपडे खोल दी, हलाकि उसे पूरा नंगा नहीं कर पाई लेकिन मेरे सामने नेहा Bra मे थी और क्या क़यामत लग रही थी रे। हाय हाय मन किआ तभी मैं उसे पटक पटक कर चोदना शुरू कर दूँ।
नेहा:- क्या कर रही है भाई है सामने।
मेरी बहन:- जैसे तेरे माँ के पेट की भाई है नौटंकी साली।
मैं:- यह तुम लोग क्या कर रहे हो मुझे लौटने वाली हो क्या।
नेहा:- इसे पता नहीं क्या हुआ है।
मैं:- अच्छी लग रही हो वैसे Bra मे सेक्सी हो।
नेहा:- Thank you भैया, छोड़ ना मुझे बस कर अब ( मेरी बहन से काहा)
मेरी बहन:- देखा मेरे भाई को तू पसंद आई।
नेहा:- यार तू ना पागल हो गयी है मैं जा रही हूँ भैया मुझे घर छोड़ दोगे क्या।
मैं:- अभी! थोड़ा रोको यार अभी तो बस नशा चढ़ा है। तुम लोग लगे रहो मैं कुछ देख नहीं रहा।
मेरी बहन:- देख लेगा तो क्या? बचपन मे हम सब नंगे थे आज भी वैसा ही है देखोगे क्या भाई मेरे।
मैं:- क्या क्या क्या देखना है!
मेरी बहन:- ज्यादा भोले मत बनो भाई तुम्हारा लंड खड़ा हो रहा है ना।
मैं:- क्या! केसी बातें कर रही हो तुम।
मेरी बहन:- अब तुमने हम दोनों पर इतना खर्चा किआ है तो देख ही लो ये लो।
इतना बोल कर मेरी बहन मेरे सामने नंगी हो गयी, हलाकि उसमे सिर्फ अपनी चूची ही दिखाई थी लेकिन इसे नंगी ही माना जाएगा।
नेहा:- अरे ये क्या कर रही है तू अपनी भाई के सामने नंगी हो रही है।
मेरी बहन:- तो क्या हुआ इसने मुझे बचपन मे नंगा देखा तो है मेरी चुत सेहलाया है।
नेहा:- बचपन की बात अलग है तू क्या कर रही है!
मैं:- माहौल गरम हो रहा है क्या इरादा है बहन?
मेरी बहन:- भाई मुझे प्यार करो ना बचपन मे जैसे करते थे।
इन सब बातों से नेहा को थोड़ा प्रॉब्लम हो रही थी मैं समझ सकता हूँ की वो शोक मे थी की आखिर मेरी बहन यह सब क्या कर रही है।
नेहा:- अरे रण्डी तू अपने भाई से चुदेगी क्या।
मेरी बहन:- ऐसा कर तू भी नंगी हो जा अपने भाई को दिखा तो तेरी सिस्टम।
मैं:- यार तुम लोग मुझे पागल कर रही हो आओ हम सब मजे लेते हैँ।
नेहा:- रुको क्या मतलब है इसका?
मैं:- हम तीनो अपना हाथ का इस्तेमाल करेंगे और जो आग उठ रहा है उसे सही करेंगे।
नेहा:- नहीं नहीं ये गलत है तुम लोग इतने अश्लील हो पता नहीं था।
मैं:- अब यह ना कहना की तेरी चुत मे खुजली नहीं हो रहा है, मन कर रहा है तो मेरा हाथ है ना, घर मे किसीको कुछ पता नहीं चलेगा।
मेरी बहन:- मुझे पता है घर मे बताएगा तो खुद ही फसेगा।
नेहा:- लेकिन यार यह गलत है तुम मेरे भाई हो मेने अभी अभी राखी बंधा है।
मैं:- और भाई का काम होता है बहन की हर खुशी का ध्यान रखना जो मैं कर राहा हूँ।
नेहा:- लेकिन यह सब कुछ अजीब सा है।
मैं:- अब ज्यादा मत सोच इस पल का मजे लो बस हम सिर्फ अपना हाथ का इस्तेमाल करेंगे बस।
मेने किआ बहन को गरम
मेने देखा की नशे के हालत मे नेहा भी कुछ समझ नहीं पा रही थी वो पल ऐसा था की कोई भी थोड़ा सा मेहनत करके नेहा को चोद सकता था।
मेने जबरदस्ती नेहा का सलवार को उतारा और उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी चुत को सेहेलाने लगा। और दूसरे हाथ से अपनी बहन की चुत को।
देखते ही देखते दोनों बहने अपनी हवस भरी आवाजें निकालने लगी और मेरे लंड को पकड़ने लगी। मेने धीरे से नेहा की चुत मे अपना ऊँगली घुसा दिआ।
नेहा:- ससससस उस्स्स्स उम्मम्मम्म……
मेरी बहन:- भाई तेरे हाथ मे जादू है मजा आ गया।
मैं:- मेरे दोनों हाथ मे लड्डू है इन्हे मसल दूँ।
नेहा:- धीरे करो भाई बहुत अच्छा लग रहा है।
मैं:- कितनो की ले चुकी हो पूरा ढीला लगता है।
मेरी बहन:- मजा आ रहा है ना बच्ची केसा लग रहा है।
नेहा:- गलत तो है लेकिन मजा बहुत आ रहा है।
मैं:- रुको मैं एक एक करके दोनों को मजे देता हूँ।
फुर हमारे प्लान के मुताबिक मेने पहले नेहा को बिस्तर पर पटका और उसके ऊपर आ गया। नेहा बस नशे मे इस पल का मजा ले रही थी उसकी आखें बंद थी। मेने देर ना करते हुए उसे चूमने लगा और उसकी Bra मे हाथ डाल कर उसकी चूची को दबाने लगा।
कभी कमर पर तो कभी पेट पर तो कभी चूचियाँ दबाने लगा, और फुर आखिर मे मेने लिप किस कर लिआ। नेहा भी कुछ बोली नहीं वो तो किसी दूसरी दुनिआ मे थी।
मैं:- मजा आ रहा है बहन?
नेहा:- बहुत मजा आ रहा है भाई कक्कक्क्ससीसी…
मैं:- अभी असली लंड लोगी?
नेहा:- यह बात नहीं हुई थी हम तो सिर्फ हाथ इस्तेमाल करने वाले थे ना।
मैं:- हाँ लेकिन अब मन कर रहा है घुसा दूँ थोड़ा सा।
नेहा कुछ बोली नहीं लेकिन उसकी ख़ामोशी मे हाँ छुपा हुआ था। जैसे मुझे केहे राहा हो की चूतिये अपना लंड से मेरी चुत फाड़ दे। मेने भी समय बर्बाद नहीं किआ और अपना लंड निकाल कर नेहा की चुत मे रख दिआ।
नेहा ने अपना गांड उठा उठा कर मेरा लंड को अपनी चुत मे ले ली। बस फिर क्या था जैसे ही लंड अंदर गया घमासान चुदाई शुरू हो गया।
मेरी बहन:- साली अकेली मजे ले रही है केसा है भाई का लंड।
नेहा:- कुछ भी बोल ससससससस बड़ा मजा आ रहा है हायीईईईई…..
मैं:- रुक तेरी बारी भी आने वाला है।
मेरी बहन:- मैं तो तैयार हूँ जब चाहो तब।
मेरा हवस और बढ़ने लगा और मैं नेहा की गला पकड़ कर उसे ऐसे चोदने लगा जैसे वो कोई रण्डी हो मुझसे पैसा ली हो और मैं वो पैसा वसूल कर रहा हूँ।
साली दूर से दिखने मे इतनी सुन्दर और चुत बिलकुल फटी हुई, इससे अच्छी तो मेरी बहन है जिसे सीएफ मैं ही चोदता हूँ। फिर भी मन मे तो नेहा केलिए अत्यंत प्रेम था इसलिए मेरा चोदना बंद नहीं हुआ। चोदते चोदते मैं थक गया लेकिन साली की चूत की गर्मी ख़तम ही नही हुई, केसे होती पहेले से ही कितने लंड ले चुकी थी पूरा चूत ढीला था.
नेहा:- आह आ आ आ हाँ हाँ भाई और जोर से.
मैं:- साली तेरी चूत तो पूरा ढीला ढला है किस किस से चुद वाइ है रंडी.
नेहा:- स्स्स्स तेरे जेसे आआआआअ बहुत आए गये.
मैं:- अब तो तेरी गांड मारूंगा साली रंडी तेरी फाड़ के रख दूंगा.
नेहा:- दम है तो फाड़ के दिखा।
मेने फिर नेहा की दोनों टांगों को फेलाया और अपना लंड को चूत से निकाल कर उसकी गांड में पेल दिया, उसकी गांड थोड़ी सही थी और मुझे भी मजा आ राहा था, इसलिए मेने चुदाई और जोर जोर से करने लगा क्योंकि मुझे मेरी अपनी बहन को भी खुश करना था जाने कब से नंगी बेठी हुई है।
राखी के दिन मेने बहन को फिर से चोदा
मेने देखा की नेहा की चुत स्वागत हल्का सा सफ़ेद रंग का पानी निकलने लगा था इसलिए मेने इस चुदाई को थोड़ा जोर कर दिआ। लगातार बिना रुके जोरदार चुदाई से नेहा एकदम से चिंख उठी।
उसे सायेद दुनिआ की सारी खुशियाँ मिल गयी थी और वो बेजान बिस्तर पर पड़ी रही। लेकिन मेरे लंड का आग अभी शांत नहीं हुआ था और मेरे सामने मेरी बहन नंगी बैठी हुई थी।
मैं:- क्या हुआ थोड़ा सा चुदना चाहोगी?
मेरी बहन:- कब से बैठी हुई हूँ टांग फैला के आ जाओ।
मैं:- तू दुनिआ की सबसे अच्छी बहन है भाई का पूरा ख़याल रखती है।
मेरी बहन:- लेलो अभी मजे कुछ दिन बाद तो मुझे जाना पड़ेगा।
मैं:- बहन को चोदते हुए काहा “क्यों जिंदगी भर तुझे सुख दूंगा समझी”
मेरी बहन:- हाँ भाई हाँ हाँ yes yes उम्मम्मम्म कैसे ससससस शादी के बाद तो उउउ उस उस उस चकली जाऊंगी।
मैं:- बिच बिच मे घर आ जाना तू तेरी चुत मुझे पसंद है।
मेरी बहन:- अच्छा इतना पसंद है क्या!
यह केहे कर मेरी बहन ने मुझे बिस्तर पर लेटा दिआ और मेरे लंड पर बैठ गयी और फिर अपनी जादू चलाने लगी। आड़े टेड़े घूम कर मेरे लंड को ऐसे मजे दे रही थी जैसे कोई कुत्ते का बचा उसे मिल गया हो।
नशे की हालत मे चुदाई का नशा और भी गर्मी को बढ़ा raahaa था और हम दोनों थकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। इतने मे नेहा उठ गयी और हम दोनों को देख कर चौंक गयी।
फिर हम दोनों ने नेहा को भी अपने साथ मिला लिआ और हमने एक साथ एक दूसरे को शांति प्रदान किआ। नेहा उस दिन बहुत खुश थी घर मे आकर नेहा ने मुझे बताया की उसकी चुत से पानी पहेली बार निकला था।
उस दिन के बाद मेरी पडोसी बहन भी मेरी लंड की प्याशी हो गयी। अभी भी मैं उसे कभी कभी चोदता हूँ लेकिन अब उसकी शादी होने वाली है तो मेने अब उससे दूर रहने का तय किआ है।
निष्कर्ष:
Raksha Bandhan एक ऐसा दिन है जिस दिन भाई यह प्रतिज्ञा करता है की वो अपनी बहन की हर खुसी का ध्यान रखेगा और उसकी सुरक्षा करेगा, और आज का ज़माना ऐसा है की कोई भी लडकी अपनी जीवन काल में कई बार कई लडकों का लंड चख चुकी होती है, यदि यह बात समाज में पता चल जाए तो बहुत बदनामी होगी, इसलिए भाई का यह कर्तव्य है की वो अपनी बहन की चूत की गर्मी को भी शांत करे. वेसे आपका इस बारे में क्या रे है कमेंट में बताना क्या आप अपनी बहन को कभी चोदा है वो भी कमेंट में बताओ.
रक्षा बंधन क्या है?
रक्षा बंधन एक ऐसा दिन है जिस दिन भाई अपनी बहन की सुरक्षा का प्रतिज्ञा करता है, इस दिन बहन अपने भाई के हाथ में राखी बंधती है और भाई अपनी उस बहन की जीवन भर देखभाल करने का जिम्मा लेटा है, हलाकि यह अभी केवल एक त्यौहार रहे गया है इस दिन का असली मतलब अभी बहुत कम लोगों को ही पता है.
क्या भाई अपनी बहन की चुदाई इच्छा को पूरा कर सकता है?
हाँ, यदि आपनी बहन भी येही चाहती है तो आप उसकी खुशिओं का ध्यान रखना चाहिए, है तो असल में चूत ही जो हर लडकी का एक जेसा ही होता है, तो अपनी बहन को जैम कर चोदो उसकी चूत की गर्मी को शांत करो इससे आप दोनों का रिश्ता और मजबूत होगा.
क्या मैं अपने भाई के साथ सो सकती हूँ?
हाँ, यह एक साधारण बात है आप दोनों एक साथ सो सकते हो, लेकिन अगर बात कर रही हो चुदाई की तो दो जवान लड़का लडकी एक साथ सोने से चुदाई होना तय है उस समय कोई रिश्ता नही देखा जाता केवल चूत अपने जरुरत और लंड अपना घर खोजता है, और इसमें कोई बुराई नही है.
मैं अपनी भाई को चोदने केलिए केसे मनाऊँ?
यह बहुत आसान है कोई भी भाई अपनी बहन की चूत का प्यासा होता है, घर पर आप सेक्सी कपडे पहन कर घुमती हो और उसे देख कर भाई मुठ मारते हैं तो यदि तुम्हे अपने भाई का लंड चाहिए तो उसे सीधा बताओ की तुम्हे उसके साथ सेक्स करना है वो मान जाएगा, लेकिन ध्यान रहे यह बात दूसरा किसीको पता ना चले.